श्याम कुँवर भारती [राजभर]  कवि ,लेखक ,गीतकार ,समाजसेवी

हिन्दी गीत- क्यो हुआ 
मुझे पहली बार प्यार हुआ |
यार क्यो हुआ |
झूठा ही कोई दिलदार हुआ |
यार क्यो हुआ |
मैंने चाहा नहीं मैंने सोचा नहीं |
हुआ क्या मुझको पता नही |
क्यो उसका मुझे इंतजार हुआ |
यार क्यो हुआ |
था मै बेपरवाह कितना मजा था |
होगी उसकी चाह किसको पता था |
मै क्यो इतना लाचार हुआ | 
यार क्यो हुआ |
धड़कने नाम उसका लेती है |
बिना उसके न जागती न सोती है |
मै उसका बड़ा तलबगार हुआ |
यार क्यो हुआ |
हर जगह हर शय वो दिखता है |
हर पल दिल मेरे वो रहता है |
काया मुझे उससे प्यार हुआ |
यार क्यो हुआ |
मुझे पहली बार प्यार हुआ |
यार क्यो हुआ |


श्याम कुँवर भारती [राजभर]
 कवि ,लेखक ,गीतकार ,समाजसेवी ,


 मोब /वाहत्सप्प्स -9955509286


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...