अविनाश सिंह

*हाइकु:-पिताजी संबंधित*


**********************


 


पिता हमारे


है चाँद और तारे


लगते न्यारे।


 


पिता महान


दे वो जीवन दान


करो सम्मान। 


 


पिता का प्यार


न दिखता हमेशा


है एक जैसा।


 


मुश्किल कार्य


हो जाते है आसान


पिता के साथ।


 


घर की नींव


भोजन का निवाला


जुटाये पिता।


 


पिता का रूप


अदृश्य महक सी


चारों तरफ।


 


पिता दुलारे


करे मार्गप्रशस्त


गुरु समान।


 


पिता की डाँट 


सफलता का राज


रखना ध्यान।


 


घर की शान


रखे सभी का ध्यान


करो सम्मान।


 


*अविनाश सिंह*


*8010017450*


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...