नूतन लाल साहू

तीजा के तिहार


भादो के अंजोरी, तीज तिथि वार


मइके म मनाथे, तीजा के तिहार


ददा दाई के मया,भाई के दुलार


मइके के सुरता देवाथे, तीजा के तिहार


छत्तीस घंटा रहिथे,निर्जला उपवास


बिहान दिन बड़ बिहनिया लेे, करथे फरहार


कांसा के थारी,चंदन बंदन गुलाल


नंदिया बइला के, करथे पूजा पाठ


भादो के अंजोरी, तीज तिथि वार


मइके में मनाथे, तीजा के तिहार


ददा दाई के मया,भाई के दुलार


मइके के सुरता देवाथे, तीजा के तिहार


बड़ कठिन हे, तीजा के व्रत


साल भर ले अगोरा रहिथे, येकर बर


भाई बहिनी, दाई ददा म


परेम भाव ल जगाथे, तीजा के व्रत हा


भादो के अंजोरी, तीज तिथि वार


मइके में मनाथे, तीजा के तिहार


ददा दाई के मया, भाई के दुलार


मइके के सुरता देवाथे, तीजा के तिहार


बड़ कठिन हे,पर सब हे मगन


जम्मो झन मिलथे,पुराना सहेली मन हा


झिमीर झिमीर बरसा हे,भुइया दाई ह करे हे सिंगार


मइके के नवा लुगरा, पहिनथे बहिनी मन हा


भादो के अंजोरी,तीज तिथि वार


मइके में मनाथे, तीजा के तिहार


ददा दाई के मया,भाई के दुलार


मइके के सुरता देवाथे, तीजा के तिहार


ददा दाई के,ममता करुना लाड दुलार


तीजा तिहार म, मिलथे आसिरवाद


छत्तीसगढ़ी संसकिरती के, चिन्हारी हे


नारी जिनगी के महिमा,हे अपार


भादो के अंजोरी,तीज तिथि वार


मइके में मनाथे, तीजा के तिहार


ददा दाई के मया,भाई के दुलार


मइके के सुरता देवाथे, तीजा के तिहार


नूतन लाल साहू


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