संजय जैन

मिलें अपनो का प्यार हमको,


तो सफलता चूमेंगी कदम।


रहे सभी का अगर साथ, 


तो जीत जाएंगे हर जंग।


और मिल जाएगा हमको,


खोया हुआ आत्म सम्मान।


इसलिए हिल मिलकर, 


 रहो देशवासियो सब।।


 


तुम्हें कसम भारत मां की, दिखाओ अपना जौहर तुम।।


तुम्ही तो कणधार हो,


अब भारत माँ के बच्चों।


इसलिए में कहती हूँ ,


बहुत छला हैं गद्दारों ने।


तुम्हें अपनी माँ की रक्षा, 


 करने उतर जाओ मैदान में।।


 


बात जब माँ की आती हैं,


तो भूल जाते जाती धर्म।


और कस के कमर अपनी,


कूद जाते रणभूमि में हम।


और दिखा देते बहादुरी,  


 अपनी उन गद्दारो को।


तभी तो छोड़कर भाग जाते, 


वो जंग के मैदान से।।


 


उन सभी वीर बहादुर सैनानियों को सलाम करते है जिन्होंने हमे आज़ादी दिलाई और अपने प्राण भारत माँ पर निछावर कर दिए।।


 


संजय जैन (मुम्बई)


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...