आज 17 सितम्बर भगवान विश्वकर्मा जी की जन्मोत्सव पर चन्द पंक्तियाँ
कला विज्ञान के दाता प्रदाता को नमन मेरा।
सकल ब्रम्हाण्ड निर्माणक विधाता को नमन मेरा।
बनाई द्वारिका सोने की लंका हाथ से अपने,
हमारे ईष्ट भगवन विश्वकर्मा को नमन मेरा।
सभी औजार के निर्माण प्रभुवर आप के द्वारा।
मेरी आजीविका जीवन रहा जी आप के द्वारा।
हमेशा कारखाने में मेरी रक्षा प्रभू करना,
हंमारी उन्नति का पथ प्रकाशित आपके द्वारा।
आशुकवि नीरज अवस्थी
विद्युत अभियंत्रण विभाग
गो0शु0मि0लि0 शुगर कोजेन एंड डिस्टलरी यूनिट जुआरी ग्रुप 262722 मो.-9919256950
फ़ोटो गूगल से साभार डाउनलोड करके रोचकता बढ़ाने (व्यवसायिक नहीं) हेतु अपलोड की गयी
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