🤝🏼 *सम्पूर्ण हुआ त्रिदिवसीय ऐतिहासिक *🤝🏼
साहित्य साधक अखिल भारतीय साहित्यक मंच सहरसा बिहार एवं बिलासा साहित्यिक संगीत धारा छत्तीसगढ़ के आपसी मैत्रीपूर्ण संबंधों को यादगार बनाने के लिए दोनों साहित्यिक पटल के बीच कई प्रस्ताव प्रस्तुत हुए,। त्रिदिवसीय मैत्री काव्य सम्मेलन में दोनों पटल की मित्रता को स्थाई बनाने हेतु कार्यान्वयन पर भी विशद चर्चा हुई । इसमें सम्मानित कवि , कवयित्रियों ने अपनी पूरी ऊर्जा उत्साह के साथ हिस्सा लिया और श्रोता दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया । कार्यक्रम विवरण कुछ इस प्रकार रहा ।
प्रथम दिवस के अध्यक्ष आदरणीय डॉ.राणा जयराम सिंह 'प्रताप' जी मुख्य अतिथि आदरणीय केवरा यदु 'मीरा' जी मंच संचालिका आदरणीया व्यंजना आनंद जी एवं आदरणीया आशा आजाद "कृति" जी सरस्वती वंदना रामनाथ साहू 'ननकी' जी एवं नृत्य प्रस्तुति नेहा बड़गुजर वापी ने किया। वहीं द्वितीय दिवस के अध्यक्ष आदरणीय रामनाथ साहू 'ननकी' जी मुख्य अतिथि आदरणीय तेरस केवत्य 'आसूं' जी मंच संचालिका आदरणीया व्यंजना आनंद जी एवं माधुरी डड़सेना जी सरस्वती वंदना आशा आजाद 'कृति' जी नृत्य प्रस्तुति सोलापुर से शिवानी और नव्या ने किया और समापन समारोह सह मैत्री काव्य सम्मेलन की अध्यक्षता आदरणीय साहित्य साधक अखिल भारतीय साहित्यक मंच के अध्यक्ष सह कार्यक्रम अध्यक्ष आदरणीय शशिकांत शशि जी एवं बिलासा साहित्य संगीत धारा मंच की उपाध्यक्षा आदरणीया मनोरमा चंद्रा 'रमा' जी मुख्य अतिथि आदरणीय कृष्ण कुमार क्रांति, आदरणीय तेरस केवत्य आसूं जी मंच संचालिका आदरणीया व्यंजना आनंद जी सुकमोती चौहान रुचि जी आशा आजाद कृति जी सरस्वती वंदना सपना सक्सेना दत्ता जी एवं नृत्य प्रस्तुति चिनमय बर्मन एवं नेहा वडगूजर वापी ने कार्यक्रम को सुशोभित किया ।
श्री शशिकांत शशि (सहरसा), धनेश्वरी देवाँगन धरा,रायगढ़ ,निक्की शर्मा( रश्मि)अमीत कुमार बिजनौरी ,सुकमोती चौहान "रुचि",रामनाथ साहू "ननकी",कृष्ण कुमार क्रांति, डिजेन्द्र कुर्रे"कोहिनूर,धनेश्वरी सोनी , गीता विश्वकर्मा नेह,देवब्रत'देव',सपना सक्सेना दत्ता,पुष्पा ग़जपाल" पीहू,,
डॉ ओमकार साहू "मृदुल",सुधा रानी शर्मा ,डॉ.दीक्षा चौबे दुर्ग,अमर सिंह'निधि',व्यंजना आनंद (मिथ्या) ,श्री अशोक कुमार जाखड़,
जितेन्द्र कुमार वर्मा, श्री रणविजय यादव ,शिव प्रकाश पाण्डेय,प्रखर शर्मा सिंगोली, कन्हैयालाल श्रीवास्तव ,आशा आजाद,डिजेन्द्र कुर्रे , आशा आजाद,तेरस कैवर्त्य आँसू,साक्षी साहू सुरभि महासमुंद ,विनोद कश्यप,माधुरी डड़सेना " मुदिता ",आशा मेहर 'किरण', सुधा देवांगन 'सुचि', तोरनलाल साहू रोहाँसी, दूजराम साहू "अनन्य पद्मा साहू "पर्वणी" नीलोफ़र फ़ारूक़ी तौसीफ़,अनपूर्णा जवाहर देवांगन ,अर्चना गोयल( माहि) आदि साहित्यकारों की शिरकत से तीन दिवसीय कवि सम्मेलन काफी सफल रहा।
साहित्य साधक अखिल भारतीय साहित्यिक मंच के संस्थापक कृष्ण कुमार क्रांति ने बताया कि यह संयुक्त मैत्री महाकाव्य सम्मेलन, मैत्रीपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ । यह मैत्री संबंध ऑनलाइन साहित्य की दुनिया की एक बहुत ही सुंदर और सकारात्मक पहल है , जिस माध्यम से कलमकार जन-जन के मनोभावों को स्वर प्रदान कर सकेंगे। । अखिल भारतीय साहित्यिक मंच, बिहार के राष्ट्रीय संरक्षक डाॅ. राणा जयराम सिंह 'प्रताप' ने त्रिदिवसीय मैत्री काव्य सम्मेलन को सफल एवं सार्थक बताया। उन्होंने कहा कि इन दोनों मंचों की मैत्री से रचनाकारों को व्यापक उड़ान का अवसर उपलब्ध हो पायेगा और वे अपनी रचनाओं के माध्यम से जन-चेतना को जाग्रत करने में सफल हो पायेंगे।
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