आचार्य गोपाल जी

🌹🙏🌹सुप्रभात🌹🙏🌹


 


सुमिरन शंकर सुवन की, प्रात करो करजोर ।


सिद्धि करेंगे गणनायक, गौरी नंदन चितचोर ।


मोदक मन भावे उन्हें, मन से करो मनुहार ।


कष्ट हरेंगे कृपानिधि, होगा तब तेरा उद्धार ।


 


✍️आचार्य गोपाल जी उर्फ आजाद अकेला वाले


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...