डॉ. राम कुमार झा निकुंज

 दिनांकः २५.१२.२०२०

दिवसः शुक्रवार

विधाः गीत 

विषयः कवि अटल

शीर्षकः अटल पुरोधा नमन करूँ


राजनीति   सदा    साहित्य.   कालजयी ,

अटल    पुरोधा   सादर  शत् नमन करूँ।

स्वर्णिम  भारत    माँ  इतिहास    बिहारी  

विनत अमर गायक  नायक  नमन करूँ। 


कविकुलभूषण राष्ट्र विनायक  अविचल,

नित समरसता    परिपोषक  नमन करूँ।

त्यागी     न्यायी    सत्कर्म        यायावर,   

भारतरत्न  पद्मविभूषित   नमन     करूँ।  


अजातशत्रु   सम   कालांतक   शत्रुंजय,

राष्ट्रवाद  उन्नायक  संघर्षक  नमन करूँ।

वाग्निपुण सारस्वत जन गण अधिनायक, 

भारत अटल  नायक सपूत   नमन करूँ। 


रीति   सम्प्रीति    नीति   मानवमूल्यक,

सौहार्द्र  हृद   बिहारी   मैं  नमन   करूँ।

राजनीतिक  महार्णव  रणनीति कुशल,

संकल्पित स्थितप्रज्ञ अटल नमन करूँ।  


सहज सौम्य सरल प्रकृति बरगद विराट,

निर्णेता    जेता   नेता    नमन      करूँ।

मृदुभाष  सदय  पर अद्भुत रण कौशल,

कारगिल   प्रणेता   विजयी  नमन करूँ। 


परमाणु   विस्फोट   दृढतर   निर्णायक,

रणबाँकुर रिपुसूदन  नित  नमन  करूँ।

धीर वीर  गंभीर प्रकृति साहस  सबल,

कूटनीतिज्ञ   रथयूथपति   नमन करूँ। 


कर निर्बाध सुगम  बाधित  दुर्गम पथ,

अटल  रण  महायोद्धा  मैं नमन करूँ।

अक्लान्त श्रान्त नित  भाग्य  विधाता,

निर्माता  नवभारत   युग  नमन  करूँ। 


बदले लकीर  ख़ुद  काल कपाल भाल,

आतुर स्वर्णिम कवि अतीत नमन करूँ।

अरुणिम प्रभात प्रगति सतरंग चहुँदिक,

गणतंत्र   शिरोमणि  सांसद नमन करूँ।


महापुरुष   पुरुषार्थ    विजेता नायक,

कोमल चारु  कविवरेण्य  नमन करूँ।

भारत माँ जयगान मुदित मन गायक,

ध्वज कीर्ति तिरंगा वाहक नमन करूँ।


चतुर्भुज  भारत  मार्ग  निर्माणक जय,

हिन्दी  गर्वोक्ति हृदय को  नमन  करूँ।

शाश्वत अनन्त धवल  हो कीर्ति नवल,

अमर गीत अटल बिहारी  नमन करूँ।


राष्ट्रवादी कवि✍️

डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"

रचनाः मौलिक (स्वरचित)

नई दिल्ली

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