महाशिवरात्रि आशुकवि नीरज अवस्थी काव्य रंगोली

 महाशिवरात्रि

महादेव की अर्चना,मन में अति विश्वाश।

बम बम भोले जो कहे ,पूरी होती आस

कर्म और प्रारब्ध से जिनके सोये भाग्य

शिव शंकर की भक्ति से भाग्य जायगे जाग


राम कृष्ण शिव को भजे जीवन का आलम्ब।

बिगड़ी बात बनायेगे राघव कृष्णा संभु।


शिव शंकर को जो भजे केवल सुबहो शाम।

उनके दुःख दारुण हरे गंगा धर भगवान।


नीरज इस संसार में जो बदकिस्मत लोग।

शिव् भक्ती से मिटत है दुःख दरिद्र अरु रोग।।


          महाशिवरात्रि


महाशिवरात्री 11फरवरी 2021 पर--


करते है मंगल दूर करते अमंगल,

मृत्यु हरते अकाल त्रिपुरारी भोलेनाथ जी।

कर में त्रिशूल मृगचर्म परिधान धारी,

दीनन के नाथ हम अनाथ भोले नाथ जी।।

सृष्टि को बचाने हित पी गये हलाहल विष,

दानी महादानी हैं हमारे भोलेनाथ जी।

भाल में मयंक जिनकी जटाओं में गंग धार,

सर्पमाल भस्म को रमाये भोले नाथ जी।।

रात्रि महारात्रि शिवरात्रि शिव को प्यारी अति,

बार बार आपको मनाऊँ भोले नाथजी।

जीव जन्तु नीरज से जन जुड़े जो धरती के,

उनके दुःखो को दूर करो भोलेनाथ जी।।

आप सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक मङ्गलमय शुभकामनायें।

भगवान आशुतोष आप की सभी मनोकामनाओ को पूर्ण करे।।

आशुकवि नीरज अवस्थी 9919256959



समस्त जीवों के दुःख हर्ता ,हमारे भोले नमामि शम्भू।

समस्त सृष्टी के बिघ्न हर्ता ,हमारे भोले नमामि शम्भू।

हर एक से होवे जब निराशा ,त्रिनेत्र शम्भू से एक आशा।

दुर्भाग्य नाशक सौभाग्य दाता,हमारे भोले नमामि शम्भू।

बहुत सरलता से मान जाते,जन--हित में विष भी पी जाते।

त्रिशूल धारी बृषभ सवारी,हमारे भोले नमामि शम्भू।

है चंद्रमा भाल पे बिराजे,और जटाओं में गंग साजै।

अकाल मृत्यु को हरने वाले,हमारे भोले नमामि शम्भू।

आशुकवि नीरज अवस्थी मो.-9919256950




आप सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक मङ्गलमय शुभकामनायें।

भगवान आशुतोष

आप की सभी मनोकामनाओ को पूर्ण करे।।

आशुकवि नीरज अवस्थी 9919256959



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