राम शर्मा परिंदा

*बसंत पंचमी*
दिखाओ नित--नव पंथ पंचमी
जिस पथ चले सब संत पंचमी
अवगुण झड़े पतझड़ के  जैसे
रहे जीवन हमेशा बसंत पंचमी
*शारदे जन्मोत्सव की हार्दिक*
*बधाईयों के साथ*
*राम शर्मा परिंदा*


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