चंचल पाण्डेय 'चरित्र' बिहार

*•••••••••••सुप्रभातम्•••••••••••*
                *छंद-दोहा*
सतत सत्य चित साधना, अंतस  रख प्रभु राम|
नियत लक्ष्य कर बढ़ चलो, हिय कर के निष्काम||
सकल शुभग शुभ सुयश रहे, शुभकृत् शुभद सुकर्म|
शुभा शुभान्वित शुभ करें, छाँड़े सकल बिकर्म||
नवल नयन नव चेतना, नव ऊर्जा नव सार|
दिव्य दिवाकर रश्मियाँ, करें शक्ति संचार||
                    चंचल पाण्डेय 'चरित्र'


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