एस के कपूर श्री* *हंस।।।।।।।।।।।।बरेली।

*जिन्दगी हँसाती भी है, रुलाती*
 *भी है।।।।।।।।।।।मुक्तक*


जिन्दगी हर समय हमें यूँ
ही जगाती  रहती है।


क्या कर रहे गलत हमें ये
भी बताती  रहती है।।


हंसाती भी यही  जिन्दगी
ये  है    गिराती   भी ।


जीते जो बस   अपने लिये
उन्हें रुलाती रहती है।।


*रचयिता।।एस के कपूर श्री*
*हंस।।।।।।।।।।।।बरेली।।।*
मोबाइल  9897071046
              8218685464


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