एस के कपूर श्री हंस* *बरेली

*आज अहम में मरा जा रहा है*
*आदमी।।।।।।।।।।।।।।।।।।।*
*।।।।।।।।मुक्तक।।।।।।।।।।।*


अहम   के  भाव से  आज  भरा
जा रहा  है आदमी।


प्रेम के अभाव   से   आज   डरा
जा  रहा  है आदमी।।


मेरा किरदार तो तेरे  क़िरदार से
ज्यादा     बेहतर  है ।


ईर्ष्या   के दुर्भाव  से  आज  मरा
जा रहा  है   आदमी।।


*रचयिता।।।।एस के कपूर श्री हंस*
*बरेली।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।*


मोब  9897071046।।।।।।।।।।
8218685464।।।।।।।।।।।।।।।


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