सत्यप्रकाश पाण्डेय

अपने ही रंग में रंग दो,मेरे नटवर नन्द गोपाल।
हरा भरा रहे घर उपवन, जीवन हो खुशहाल।।


सदा रहे जीवन में लाली,रात कभी न आये काली।
जीवन पथ पर बढता रहूँ, चाल रहे मेरी मतवाली।।


भाव सदा मेरे रहें गुलाबी,कृपा मिले पीताम्बर धारी।
गौरवर्ण की अनुकम्पा से,सदा चरणों मे बलिहारी।।


श्याम पीत वर्ण में रंगकर,सत्य जीवन हुओ निहाल।
अपने ही रंग में रंग दो,मेरे नटवर नन्द गोपाल।।


ऐसा रंग चढ़े भक्ति कौ,जिसे कभी छुड़ा नहीं पाऊँ।
सोते जगते मेरे मोहन,मुख से राधे कृष्णा ही गाऊं।।


तेरे मुखमण्डल की आभा, रंगीन करें जग जीवन।
तेरे रंग में रंगे जो कृष्णा, उन्हें न चाहिए कोई धन।।


सदा तरंगित रहूँ स्वामी,मन में रहे न कोई मलाल।।
अपने ही रंग में रंग दो,मेरे नटवर नन्द गोपाल।।


होली की अनन्त शुभकामनाओं के साथ🌺🌺🌺🌺🌹🌹🌹🌹🙏🙏


सत्यप्रकाश पाण्डेय


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