राजेंद्र रायपुरी।

🤣   लाकडाउन और हम   🤣


लाकडाउन ने  सिखाया  है बहुत,
मय बिना जीना हमें भी आ गया।


बंद  हैं  जब से  घरों में  यार हम,
सच कहूॅ॑ खाना  बनाना  आ गया।


कौन कहता कुछ हमें आता नहीं,
देख लो  पोछा  लगाना  आ गया।


लाकडाउन  क्यों  कहें  बेकार है,
धो हमें  कपड़े  सुखाना आ गया।


छुट्टियों   में  भागते   कश्मीर  थे।
अब हमें घर यार  रहना आ गया।


             ।। राजेंद्र रायपुरी।।


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