परम पावन मंच का सादर नमन
सुप्रभात
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कहे वेद वाणी
नमो शूल पाणी
नमो सच्चिदानन्द
दाता पुरारी।
निराधार के हो
तुम आधार ज्योति
तुलसी के मानस के
मर्मज्ञ मोती
दानियों मे अग्रगण्य
औढ़रदानी महादेव
शम्भु है शत् शत् नमामि
नमामि,नमामि ,है शत् शत्
नमामि,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, ,,।।
जय भोलेनाथ🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मन्शा शुक्ला
अम्बिकापुर
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