वक़्त का सदुपयोग तक़दीर बदल देता है।
वक़्त का दुरुपयोग तस्वीर बदल देता है।।
पहचान करना वक़्त की , मामूली बात नही;
वक़्त पर सही काम , परिणाम बदल देता है।।
घर , समाज , देश मे जरूरी है आपसी सहयोग;
आपसी मेल जीवन का रंगत बदल देता है।।
भेदभाव और नफरत है बहुत अजीब बीमारी;
इनके असर अच्छी तस्वीर बदल देता है।।
रचनात्मक विरोध है , लोकतंत्र में बहुत जरूरी;
अनावश्यक विरोध , हर प्रगति बदल देता है।।
राष्ट्रहित को रखें हमलोग , हमेशा सबसे ऊपर;
व्यक्तिगत स्वार्थ मुल्क की छवि बदल देता है।।
आपस में मिल - जुलकर रहें हमलोग "आनंद";
सिर्फ एक पल में सही पहल सब बदल देता है।।
----------------देवानंद साहा "आनंद अमरपुरी"